स्वप्न मेरे: रीत करवा की ...

शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025

रीत करवा की ...

ईश्वर की पूजा, मेरी लम्बी उम्र का व्रत
इससे कहीं आगे है हम दोनों का सच
पल-पल का रिश्ता, जो है रोज़ का किस्सा
कहानी हर लम्हे की, प्रेम के उतरने की

मुझे यक़ीन है तेरी साधना पर
तेरे व्रत, तेरी प्रार्थना पर ...
जानता हूँ जुड़ जाएँगी कुछ नयी साँसें
आज फिर मेरे जीवन में

सुनो ...
एक संकल्प मैं भी लेना चाहता हूँ, आज
करना चाहता हूँ तमाम सांसें, साझा तेरे साथ

दुआ करना करवा माई से
स्वीकार हो मेरा भी संकल्प पूजा के साथ

मैं जानता हूँ जंगली गुलाब
तेरी हर बात सुनता है ऊपर वाला ...

#करवाचौथ #जंगली_गुलाब 

3 टिप्‍पणियां:

  1. करवाचौथ की भावना के मर्म को खोलते अति कोमल भाव !! समर्पण ही जहाँ रिश्तों को गहरा और शाश्वत बनाता है ऐसे दांपत्त्य को जीवित रखने वाला एक अनुपम त्योहार है यह

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  2. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में रविवार 12 अक्टूबर 2025 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!

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