स्वप्न मेरे: जून 2025

शनिवार, 7 जून 2025

बारिश ...

शाम बारिश भोर बारिश.
कर रही है बोर बारिश.

तुम कहाँ जाओगी जाना,
हो रही घनघोर बारिश.

टप टपा टप, टप टपा टप,
शोर ही बस शोर बारिश.

मार डाले लोग कितने,
उफ़ ये आदम-खोर बारिश.

डूब जाए ना सभी कुछ,
पृथ्वी के हर छोर बारिश.

कुछ हवाएं चल रही हैं,
होगी अब कमज़ोर बारिश.

दिल भिगोया मिल गए हम,
या ख़ुदा चित-चोर बारिश.