स्वप्न मेरे: कह-कहे फ़्री में तोल देता है …

गुरुवार, 16 नवंबर 2023

कह-कहे फ़्री में तोल देता है …


पोल ऐसे ही खोल देता है.
वो कहीं कुछ भी बोल देता है.

सोच लो कम-से-कम है क्या क़ीमत,
वो तो कोड़ी का मोल देता है.


टू-द-पॉइंट जवाब दूँ कैसे,
प्रश्न जब गोल-गोल देता है.

कौन सी चैट है ख़ुदा जाने,
लोल के बदले लोल देता है.

वो मदारी है विष फ़िज़ाओं में,
लफ़्ज़-दर-लफ़्ज़ घोल देता है.

वो प्रजातंत्र का है निर्देशक,
चुप ही रहने का रोल देता है

है तो मुश्किल मगर वो दुख ले कर,
कह-कहे फ्री में तोल देता है.

5 टिप्‍पणियां:

  1. शायरों के साथ यही दिक्क़त है...लफ़्ज़ों से पोल खोल देते हैं...खूबसूरत रचना...👏👏👏

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  2. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" मंगलवार 21 नवम्बर 2023 को लिंक की जाएगी ....  http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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  3. वाह!!!
    एकदम अलहदा ...
    बहुत ही लाजवाब👌👌👌🙏🙏🙏

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