हजार ढूंढ लो वो उम्र भर नहीं मिलते
उजड़ गए जो आँधियों में घर नहीं मिलते
नसीब हो तो उम्र भर का साथ मिलता है
किसी के ढूँढने से हम-सफ़र नहीं मिलते
जो दुःख में सुख में साथ थे गले लगाने को
यहाँ वहां कहीं भी वो शजर नहीं मिलते
उड़ान होंसले से भर सको तो उड़ जाना
घरों में बंद पंछियों को पर नहीं मिलते
जो जी सको तो जी लो जिंदगी का हर लम्हा
गुज़र गए जो पल वो लौट कर नहीं मिलते
उजड़ गए जो आँधियों में घर नहीं मिलते
नसीब हो तो उम्र भर का साथ मिलता है
किसी के ढूँढने से हम-सफ़र नहीं मिलते
जो दुःख में सुख में साथ थे गले लगाने को
यहाँ वहां कहीं भी वो शजर नहीं मिलते
उड़ान होंसले से भर सको तो उड़ जाना
घरों में बंद पंछियों को पर नहीं मिलते
जो जी सको तो जी लो जिंदगी का हर लम्हा
गुज़र गए जो पल वो लौट कर नहीं मिलते
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