स्वप्न स्वप्न स्वप्न, सपनो के बिना भी कोई जीवन है
वाह
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" सोमवार 25 नवंबर को साझा की गयी है....... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
बहुत सुंदर
सपने तो टूटने के लिए ही होते हैं, काँच भी कभी न कभी टूटेगा ही, ज़िंदगी कभी नहीं टूटती, बिखर सकती है, जब टूट जाता है ख़ुद पर भरोसा
सही बात है खुद के लिए फुर्सत के लम्हें आसानी से नहीं मिलते ।
आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है
वाह
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" सोमवार 25 नवंबर को साझा की गयी है....... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंसपने तो टूटने के लिए ही होते हैं, काँच भी कभी न कभी टूटेगा ही, ज़िंदगी कभी नहीं टूटती, बिखर सकती है, जब टूट जाता है ख़ुद पर भरोसा
जवाब देंहटाएंसही बात है खुद के लिए फुर्सत के लम्हें आसानी से नहीं मिलते ।
जवाब देंहटाएं