स्वप्न मेरे: आदत ...

बुधवार, 23 फ़रवरी 2022

आदत ...

कितनी अच्छी है
भूल जाने की ये आदत
जब भी देखता हूं तुम्हें  
हर बार
नई सी नज़र आती हो
 
पर सुनो ...
तुम मत डालना ये आदत
 

18 टिप्‍पणियां:

  1. हा हा बहुत खूब भूल जाना इस तरह से नया देखने के लिये वाह

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  2. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 24 फ़रवरी 2022 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

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  3. वाह । ऐसा भूलना तो बहुत पसंदीदा होगा ।।

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  4. बहुत सुंदर,इतनी नये रूप में कुछ याद आऐ तो सच ही है भूल जाना,।

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  5. वाह, भूलना भी वरदान बन गया तब तो लेकिन औरों को इसकी मनाही क्यों

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  6. अलहदा अंदाज इश्क अदायगी का...

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  7. वाह!!!
    नयापन चाहिए तो पुराना भछल जाना बेहतर है।

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  8. बुरा भूलते भूलते हमें भूलने की आदत होजाती है .इसका नुक्सान यह कि अच्छा भी भूलने लगते हैं ..

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  9. वाह ! अपने बचाव का यह तरीका अच्छा है।

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