मुझे ये जिंदगी मिलती है ऐसे
तेरी जुल्फों का पेचो-ख़म हो जैसे
तेरी आँखों में आंसू आ गए थे
तुझे मैं छोड़ के जाता भी कैसे
फड़कती है नहीं बाजू किसी की
रगों में बह रहा है खून वैसे
तरक्की ले गई अमराइयां सब
शजर ये रह गया जैसे का तैसे
हवस इंसान की मिटती नहीं है
फकत पैसे ही पैसे और पैसे
तेरी जुल्फों का पेचो-ख़म हो जैसे
तेरी आँखों में आंसू आ गए थे
तुझे मैं छोड़ के जाता भी कैसे
फड़कती है नहीं बाजू किसी की
रगों में बह रहा है खून वैसे
तरक्की ले गई अमराइयां सब
शजर ये रह गया जैसे का तैसे
हवस इंसान की मिटती नहीं है
फकत पैसे ही पैसे और पैसे
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