tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post7444576421426980167..comments2024-03-28T14:28:13.874+05:30Comments on स्वप्न मेरे: अन्तिम सफर तो सब करतेदिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-24984418820838253212012-02-08T20:37:12.948+05:302012-02-08T20:37:12.948+05:30बहुत ही शानदार प्रस्तुति है आपकी.
सदा जी की हलचल ...बहुत ही शानदार प्रस्तुति है आपकी.<br /><br />सदा जी की हलचल से यहाँ आकर बहुत अच्छा लगा.<br /><br />अनुपम प्रस्तुति के लिए आभार.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-75684830178261082602012-02-08T13:11:40.318+05:302012-02-08T13:11:40.318+05:30बहुत बहुत सुन्दर...
सादर.बहुत बहुत सुन्दर...<br /><br />सादर.vidyahttps://www.blogger.com/profile/07319211419560198769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-3713653591724409612012-02-08T12:40:46.766+05:302012-02-08T12:40:46.766+05:30बहुत बढ़िया सर!
सादरबहुत बढ़िया सर!<br /><br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-13393180504938534862012-02-08T10:22:15.894+05:302012-02-08T10:22:15.894+05:30अन्तिम सफर तो सब करते
मिट्टी या चंदन में
जीवन का ...अन्तिम सफर तो सब करते<br />मिट्टी या चंदन में <br />जीवन का सच्चा सार...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-81956605722067140472008-10-12T18:53:00.000+05:302008-10-12T18:53:00.000+05:30बहूत खूब श्यामल जी आपकी त्वरित प्रस्तुति बहुत सुंद...बहूत खूब श्यामल जी <BR/>आपकी त्वरित प्रस्तुति बहुत सुंदर है<BR/><BR/>आप को अच्छा लगा, प्रस्तुति सफल हो गयीदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-15276091738553865782008-10-12T17:19:00.000+05:302008-10-12T17:19:00.000+05:30बहुत बढिया प्रस्तुति। बधाई। लीजिए इसी तर्ज पर कुछ ...बहुत बढिया प्रस्तुति। बधाई। लीजिए इसी तर्ज पर कुछ त्वरित पंक्तियाँ मेरी तरफ से-<BR/><BR/>कौन बडा है कौन है छोटा<BR/>व्यर्थ फँसे अनबन में<BR/><BR/>सबको मिलकर ही जीना है<BR/>धरती और गगन में<BR/><BR/>सादर <BR/>श्यामल सुमन<BR/>09955373288<BR/>मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।<BR/>कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।<BR/>www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com